एक बार ऐसा हुआ। शॉर्लोक होम्स और वॉटसन पहाड़ों पर कैंपिंग करने गये। रात हुई और वे सोने चले गये। बीच रात में होम्स ने वॉटसन को कोहनी मारी और वॉटसन ने अपनी आँखें खोलीं।
होम्स ने पूछा, “तुम क्या देख रहे हो”?”
वॉटसन ने लेटे-लेटे ही ऊपर देखा और बोला, “मैं साफ आकाश और तारे देख रहा हूँ, काफी सारे तारे”
होम्स ने फिर पूछा, “तुम इसका क्या मतलब निकालते हो”?
वॉटसन ने कहा, “इसका मतलब है कि कल एक धूप भरा अच्छा दिन होगा। और तुम्हें क्या लगता है”?
होम्स, “इसका मतलब ये है, मेरे प्रिय वॉटसन, कि किसी ने हमारा टेंट चुरा लिया है”।”
अपने जीवन के किसी भी हिस्से से सफलतापूर्वक निकलने के लिये आप जीवन को उसी तरह से देखें जैसा वो है। अगर आप कुछ भी सफलतापूर्वक करना चाहते हैं तो ये आपकी डिग्रियों से नहीं, बल्कि समझ की स्पष्टता से होगा। मूल रूप से, आप कितने सफल हैं वो बस, आपके आसपास, चारों ओर की वास्तविकताओं के बारे में आपकी समझ की स्पष्टता से होगा।