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बगुला भगत और केकड़ा – The Crane And The Crab
एक वन प्रदेश में एक बहुत बडा तालाब था। हर प्रकार के जीवों के लिए उसमें भोजन सामग्री होने के कारण वहां नाना प्रकार के जीव, पक्षी, मछलियां, कछुए और केकडे आदि वास करते थे। पास में ही बगुला रहता था, जिसे परिश्रम करना बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था। उसकी आंखें भी कुछ कमज़ोर थीं। … Read more
कुशल व्यापारी और राजसेवक – Skilled Businessman and Servicer
वर्धमान नामक एक शहर में एक बहुत ही कुशल व्यापारी रहता था। राजा को उसकी क्षमताओं के बारे में पता था, और इसलिए उसने उसे राज्य का प्रशासक बना दिया। अपने कुशल तरीकों से उसने आम आदमी को भी खुश रखा था, और साथ ही दूसरी तरफ राजा को भी बहुत प्रभावित किया था। कुछ … Read more
मूर्ख साधू और ठग – The Foolish Sage & Swindler
एक बार की बात है, किसी गाँव के मंदिर में देव शर्मा नाम का एक प्रतिष्ठित साधू रहता था। गाँव में सभी उसका सम्मान करते थे। उसे अपने भक्तों से दान में तरह तरह के वस्त्र, उपहार, खाद्य सामग्री और पैसे मिलते थे। उन वस्त्रों को बेचकर साधू ने काफी धन जमा कर लिया था। … Read more
The Brahmin’s Dream – ब्राह्मण का सपना – शेख़चिल्ली न बनो
शेख़चिल्ली न बनो एक नगर में कोई कंजूस ब्राह्मण रहता था । उसने भिक्षा से प्राप्त सत्तुओं में से थोडे़ से खाकर शेष से एक घड़ा भर लिया था । उस घड़े को उसने रस्सी से बांधकर खूंटी पर लटका दिया और उसके नीचे पास ही खटिया डालकर उसपर लेटे-लेटे विचित्र सपने लेने लगा, और … Read more
बकरे और सियार – Goats and The Jackal
एक दिन एक सियार किसी गाँव से गुजर रहा था। उसने गाँव के बाजार के पास लोगों की एक भीड़ देखी। कौतूहलवश वह सियार भीड़ के पास यह देखने गया कि क्या हो रहा है। सियार ने वहां देखा कि दो बकरे आपस में लड़ाई कर रहे थे। दोनों ही बकरे काफी तगड़े थे इसलिए … Read more
अपनी समझ बढ़ाईये, जीवन को वैसे ही देखिये, जैसा वो है see life as it is
एक बार ऐसा हुआ। शॉर्लोक होम्स और वॉटसन पहाड़ों पर कैंपिंग करने गये। रात हुई और वे सोने चले गये। बीच रात में होम्स ने वॉटसन को कोहनी मारी और वॉटसन ने अपनी आँखें खोलीं। होम्स ने पूछा, “तुम क्या देख रहे हो”?” वॉटसन ने लेटे-लेटे ही ऊपर देखा और बोला, “मैं साफ आकाश और … Read more
भिखारी से मुलाक़ात ने बदल दिया महामूर्ख सिकंदर का जीवन
यहाँ सदगुरु एक कहानी सुना रहे हैं कि कैसे ग्रीस देश में, एक नदी किनारे नग्न अवस्था में रह रहे, एक अति आनंदित भिखारी डायोजनेस से मिलने पर महान मूर्ख सिकंदर का जीवन बदल गया। डायोजनेस एक अद्भुत एवं आनंद में मतवाले रहने वाले भिक्षुक थे, वे ग्रीस में एक नदी किनारे रहते थे। किसी ने उन्हें … Read more
सिकंदर का अभिमान
सिकंदर अपने विश्व- विजय के अभियान पर निकला हुआ था । अनेक देशो को जीतता हुआ वह हिंदुस्तान में भी आ पहुचा ।जैसे -जैसे उसकी जीत होती जा रही थी , उसका अभिमान भी बढ़ाता जा रहा था । उसे लगाने लगा था की उससे अधिक शक्तिसलि इस धरती पर ओर कोई नही है । … Read more
बिन कारण कार्य नहीं – Brahmani And Sesame Seeds – ब्राह्मणी और तिल के बीज
एक बार की बात है एक निर्धन ब्राह्मण परिवार रहता था, एक समय उनके यहाँ कुछ अतिथि आये, घर में खाने पीने का सारा सामान ख़त्म हो चुका था, इसी बात को लेकर ब्राह्मण और ब्राह्मण-पत्नी में यह बातचीत हो रही थी: ब्राह्मण-“कल सुबह कर्क-संक्रान्ति है, भिक्षा के लिये मैं दूसरे गाँव जाऊँगा । वहाँ … Read more